लखनऊ: भोजपुरी छठ पूजा समिति की ओर से डालीगंज के प्रतिष्ठित सझिया घाट पर छठ महोत्सव मनाया जाएगा। समिति के अध्यक्ष अशोक वर्मा की अगुआई में रविवार को छठ पूजन और सांस्कृतिक समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। जनजागरण के लिए फेसबुक के लिंक “भोजपुरी छठ पूजा समिति” को आधार बनाया गया है।
समिति के महामंत्री एम.के.सिंह ने बताया कि सोमवार 8 नवम्बर छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होगी। इसमें स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा कर व्रत अनुष्ठान शुरू होगा। उसमें पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। भोजन में चना दाल के साथ कद्दू भात खाया जाता है।
समिति के महामंत्री एम.के.सिंह ने बताया कि सोमवार 8 नवम्बर छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होगी। इसमें स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा कर व्रत अनुष्ठान शुरू होगा। उसमें पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। भोजन में चना दाल के साथ कद्दू भात खाया जाता है।
दरअसल नहाय खाए के साथ व्रती की सात्विक दिनचर्या शुरू हो जाती है। इसके दूसरे दिन 9 सितम्बर को खरना होता है। इस दिन व्रती रात में खीर खाकर 36 घंटे का कठिन व्रत शुरू करती है। इस दिन छठ का प्रसाद भी तैयार किया जाता है।
खरना के दिन व्रती दिन भर व्रत रखती हैं और शाम के समय लकड़ी के चूल्हे पर साठी के चावल और गुड़ की खीर बनाकर प्रसाद तैयार करती हैं। छठ की पूजा 10 नवम्बर को घाट पर होगी। उसमें डूबते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा वहीं 11 नवम्बर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही यह व्रत सम्पन्न हो जाएगा।
कोषाध्यक्ष विजय सिंह के अनुसार 10 नवम्बर की शाम को होने वाले सांस्कृतिक समारेाह में कुंदन परदेसी केन्द्रीय आकर्षण होंगे। ऑडिटर सतीश सिंह ने बताया कि घाट पर इस साल से सूर्य देव मंदिर के भव्य मंदिर का निर्माण भी शुरू हो जाएगा।
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