लखनऊ। तंगहाली में केडी सिंह बाबू स्टेडियम की मुक्केबाज मुक्कों की धमक से पदकों की चमक बिखेरने वाली शीला गोस्वामी और लखनऊ के रहीमाबाद गावं के धावक को अब और भी उड़ान मिल सकेगी। दरअसल इन दोनों होनहार खिलाडिय़ों को यूपी सरकार के राज्यमंत्री व पूर्व रणजी खिलाड़ी मोहसिन रजा ने गोद लेकर हर मदद करने का वादा किया है।
रहिमाबाद गांव के ज्ञानेन्द्र कुमार जो कि एलडीए में सची कला यादव की देखरेख में 1500 और 3000 मीटर दोड़ का अभ्यास करते हैं। उन्होंने गांव की मेड़ से दौड़ की शुरूआत करके बंग्लौर व कर्नाटक की तीन नेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं।
ज्ञानेन्द्र दो साल पहले एचडीएफसी बैंक के बाहर गाडिय़ों पर टोकन लगाते थे। उनकी मुलाकात कोच सची कला यादव से हो गयी। सचीकला ने एक ही नजर में इस कोहिनूर धावक की पहचान कर अपने पास एलडीए ग्राउंड बुला लिय और उन्हें तराशने का काम शुरू कर दिया।
इस दौरान कोच सची यादव ने प्रशिक्षण के साथ ज्ञानेन्द्र को मदद भी पहुंचायी। ये धावक इन दिनों बंग्लोर में आयोजित होने वाली ऑल इण्डिया युनिवर्सिटी एथलेटिक्स की तैयारी में जुटे हैं। जिन्हें पूर्व रणजी खिलाड़ी मोहसिन रजा ने हर मदद देने का वादा किया है।
वहीं केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मुक्केबाजी का प्रशिक्षण लेने वाली शीला गोस्वामी भी अपने खेल को निखार सकेंगी। बताते चले कि सिद्धार्थनगर के छोटे से गांव बिस्कोहर में रहने वाले चौकीदार त्रिलोकी गिरि की बेटी शीला गोस्वामी का चयन मार्च 2022 में बेंगलुरु में होने वाले खेलो इंडिया के लिए हुआ है।
वहीं केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मुक्केबाजी का प्रशिक्षण लेने वाली शीला गोस्वामी भी अपने खेल को निखार सकेंगी। बताते चले कि सिद्धार्थनगर के छोटे से गांव बिस्कोहर में रहने वाले चौकीदार त्रिलोकी गिरि की बेटी शीला गोस्वामी का चयन मार्च 2022 में बेंगलुरु में होने वाले खेलो इंडिया के लिए हुआ है।
बीते दिनों जालंधर में हुई अंतर विश्वविद्यालयी बाक्सिंग चैंपियनशिप में शीला ने 75 किलो भार वर्ग में प्रतिभाग कर खेलो इंडिया में जगह पक्की कर ली है। शीला के पिता चौकीदार और मां शांति गोस्वामी गृहिणी हैं। इसके बावजूद इस होनहार खिलाउ़ी ने हौसले को बरकरार रखते हुए खेलों में नयी पहचान बनायी। इनके खेल सफर को देखते हुए मोहसिन रजा ने गोद लेकर हर मदद का वादा किया है।
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