लखनऊ। कोरियन मार्शल आर्ट ताइक्वाण्डो देश में काफी लोकप्रिय है और इसको देखते हुए भारतीय खेल प्राधिकरण ताइक्वाण्डो में भविष्य के टैलेंट की पहचान के लिए लखनऊ सहित देश में स्थित ताइक्वाण्डो के चार नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओई) के लिए खिलाड़ियों का चयन करेगा।
इसका एक मकसद ये भी है कि कोविड के कारण ठप्प पड़े टूर्नामेंट के बाद अब भविष्य में होने वाली बड़ी चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देना है ताकि वो पदक की संभावनाओं को बढ़ा सके।
साई लखनऊ के कार्यकारी निदेशक संजय सारस्वत ने बताया कि इसके तहत साई लखनऊ स्थित नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अगले साल 2 जनवरी से 6 जनवरी तक मुकाबलों का आयोजन होगा। इसके माध्यम से क्यूरगी, पूमसे और पैरा ताइक्वाण्डो की श्रेणियों में खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें तैयारी शिविर में रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि क्यूरगी में वहीं खिलाड़ी हिस्सा ले सकते है जो वर्ल्ड ताइक्वाण्डो की रैकिंग में पहले से लेकर 150वें स्थान के मध्य होंगे या 2018 से लेकर अब तक आयोजित किसी वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है। इसके अलावा 2018 से लेकर अब तक राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक विजेता हो। इसके साथ ही खिलाड़ी को 17 साल से अधिक आयु का होना चाहिए।
इसके अलावा पैरा ताइक्वाण्डो में भी रैकिंग खिलाड़ियों सहित पदक विजेताओं को जगह दी जाएगी। इस ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों को आनलाइन अपना पंजीकरण कराना होगा। इच्छुक खिलाड़ी 29 दिसंबर तक अपना पंजीकरण करा सकते है। चयनित खिलाड़ियों के कैंप की शुरुआत अगले साल 16 जनवरी से मार्च तक होगी।
उन्होंने बताया कि देश में ताइक्वाण्डो के चार नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओई) लखनऊ, गुवाहाटी, बेंगलुरु और तिरूवनंतपुम में है। इसमें लखनऊ में पुरुष क्यूरगी, पैरा क्यूरगी (पुरुष व महिला) और पुरुष व महिला पूमसे के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग मिलेगी।
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