लखनऊ। राजधानी के राजाजीपुरम इलाके में रहने वाले हसन असकरी के परिवार में भले ही कोई खेल से न जुड़ा रहा हो मगर हसन के खेल जुनून ने उन्हें फुटबॉल की बदौलत गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जबह जरूर दे दी है। हसन ने ये रिकार्ड अपने घुटने पर फुटबॉल को 6 मिनट 16.98 रोक कर बनाया है।
साल 2020 तक राजाजीपुरम की सीएमएस शाखा के छात्र रहे हसन असकरी जो कि अब इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से स्नातक (बीकॉम) की पढ़ाई कर रहे हैं।
डिफेंस के रूप में फुटबॉल खेलने वाले हसन असकरी ने सिटी मांटेसरी स्कूल में पढ़ते हुए यहां की अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता, हाल ही में पंजाब में आयोजित जोनल युनिवर्सिटी फुटबॉल प्रतियोगिता के अलावा कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं।
हसन बताते हैं कि उन्हें फुटबॉल के प्रति बेहद जुनून है। भविष्य में वह एक कोच बनकर खिलाड़ी तैयार करने का सपना सजोये हुए हैं। इसी जुनून की बदौलत हसन असकरी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
उन्होंने यह रिकॉर्ड इसी वर्ष13 अप्रैल को आवेदन किया और अब उन्होंने गिनीज बुक से सर्टिफिकेट हासिल कर लिया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने वाले लखनऊ के हसन इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रहे हैं।
हसन बताते हैं कि उन्हें फुटबॉल के प्रति बेहद जुनून है। भविष्य में वह एक कोच बनकर खिलाड़ी तैयार करने का सपना सजोये हुए हैं। इसी जुनून की बदौलत हसन असकरी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
उन्होंने यह रिकॉर्ड इसी वर्ष13 अप्रैल को आवेदन किया और अब उन्होंने गिनीज बुक से सर्टिफिकेट हासिल कर लिया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने वाले लखनऊ के हसन इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रहे हैं।
हसन ने बातचीत में बताया कि मैंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए अपने जिंदगी के दो अहम साल इस रिकार्ड को हासिल करने के लिए दिया है। पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने एक दिन इंटरनेट पर खेल के अहम रिकार्ड देख रहा था जो कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हैं। मुझे एक विश्व रिकॉर्ड मिला जिसे मैं तोडऩा चाहता था। इसके बाद मैं पूरी मेहनत लगन के साथ रिकार्ड बनाने में जुट गया। जब मुझे लगा कि रिकार्ड तोड़ सकता हूं तब मैंने आवेदन किया। आवेदन का अनुमोदन भी मुझे जल्दी मिल गया और मैं गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पंजीकृत हो गया।
हसन ने कहा कि जब रिकार्ड मेरे नाम हुआ तो मुझे पूरा भरोसा हो गया कि इंसान किसी चीज को हासिल करने के लिए पक्का इरादा करे और उस पर मेहनत करे तो जरूर हासिल होगी।
हसन असकरी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मेरे इरादे और भी मजबूत हो गये हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल हम खेल के साथ स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं। इसके बाद खेल विषय पर अध्यन करेंगे ताकि एक बेहतर फुटबॉल कोच बन सकें।
हसन ने कहा कि एक खिलाड़ी कैसे तैयार होता है। इसको सिर्फ एक कोच और खिलाड़ी ही समझ सकता है। खिलाड़ी वहीं सफल है जो अपने उतार-चढ़ाव को सामना डट कर करे।
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