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हाल लखनऊ के खेल स्टेडियम का : बजट से ज्यादा खर्च कर डाली बिजली 

केडी सिंह बाबू सहित विजयंत खंड व विनय खंड के मिनी स्टेडियमों में ठप्प हो सकती हैं खेल गतिविधियां 

लखनऊ। अधिकारियों की लापरवाही और फिजूलखर्ची के कारण उžार प्रदेश के खेल विभाग की हालत खराब हो रही है। उप्र खेल निदेशालय के मुख्यालय के पास स्थित केडी सिंह बाबू स्टेडियम की कभी भी बिजली कट सकती है। गोमतीनगर स्थित विजयंत खंड व विनय खंड स्थित मिनी स्टेडियम पर भी खतरा मंडरा रहा है। वर्तमान में इन तीनों स्टेडियम पर कुल 37,90,538 रुपए का बिजली का बिल बकाया है जो इनके बिजली बिल के भुगतान के मद में आवंटित बजट  22,94,800 रुपए से काफी ज्यादा है।

कोढ़ में खाज वाली स्थिति यह है कि बिजली बिल भुगतान के मद में आवंटित बजट में दो लाख रुपए ही शेष हैं। हालांकि इस वर्ष अप्रैल माह में भी छह दिन के लिए एक बार केडी सिंह बाबू स्टेडियम की बिजली काटी जा चुकी है। अधिकारियों ने किसी तरह बिजली जुड़वा ली। उसके बाद बिल के भुगतान के लिए जितना बजट आवंटित किया था उससे ज्यादा की बिजली खर्च कर डाली। पिछले छह माह से बकाया बिल के भुगतान के लिए बिजली विभाग द्वारा कई बार चेतावनी देने के बाद भी अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगी। अब हालत ये है कि बिजली विभाग कभी भी तीनों स्टेडियम की बिजली काट सकता है।

केडी सिंह बाबू स्टेडियम के हास्टल में अभ्यास करते हैं 147 खिलाड़ी : केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जिमनास्टिक बालिका छात्रावास, हॉकी बालक व बालिका छात्रावास, तैराकी छात्रावास तथा एथलेटिक्स बालिका छात्रावास है। इनमें कुल 147 अंत:वासी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जिसमें बालिकाओं में जिम्नास्टिक, एथलेटिक्स, वॉलीबाल, हॉकी प्रत्येक में 25-25 प्रशिक्षु तथा बालक हॉकी व तैराकी में प्रत्येक में 20-20 प्रशिक्षु हैं। अगर बिजली कटती है तो तो इनकी दिनचर्या पर बुरा असर पडऩे से इनके खेल अभ्यास पर भी असर पड़ेगा जिनका असर इन प्रशिक्षुओं के आगामी प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन पर भी पड़ेगा जबकि हास्टल तथा स्थानीय प्रशिक्षुओं का शाम के सत्र में अभ्यास लगभग बंद हो जाएगा। जबकि बैडमिंटन व अन्य इंडोर खेलों के खिलाडिय़ों को भी मन मसोस कर रह जाना पड़ेगा। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ही राज्य खेलकूद सलाहकार रामवृक्ष यादव का भी कार्यालय है। वहीं गोमतीनगर स्थित विजयंत खंड व विनय खंड के मिनी स्टेडियम में भी टेनिस, बैडमिंटन, भारोžाोलन, स्क्वाश, जिमनेजियम व टेबल टेनिस का अभ्यास तो एकदम ही खटाई में पड़ जाएगा।

स्टेडियम                  आवंटित बजट         लंबित बिल

केडी सिंह बाबू स्टेडियम     12,94,800        20,61,165

विजयंत खंड, गोमतीनगर   5,00,000         11,31,782

विनय खंड, गोमतीनगर      5,00,000         5,97,411

चौक स्टेडियम                1,00,000  कोई लंबित बिल नहीं

बकाया भुगतान के लिए 50 लाख का इस्टीमेट खेल निदेशक को दे दिया गया है अब जब वहां से स्वीकृति मिलेगी तभी बिल का भुगतान होगा। - राजनारायण सिंह यादव, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, लखनऊ

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