खेल मैदान पर कोरोना की दहशत, स्टेडियम पर घटे खिलाड़ी, कई आयोजन टले


लखनऊ। कोरोना की तीसरी लहर का साये से प्रदेश के खेल जगत पर असर पड़ने लगा है यानि जहां एक ओर खेल मैदान पर खिलाड़ियों की संख्या घट गयी है तो कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी टल गया है। वहीं पिछले दो साल से बंद चल रहे स्पोर्ट्स कॉलेज व स्पोर्ट्स हास्टल के आने वाले सत्र में खुलने पर असमंजस है।

कोरोना का तीसरा साल, लगातार तीसरे साल स्पोर्ट्स कॉलेजों के बंद रहने के आसार

इसे कह सकते है कि लगातार तीसरे साल सत्र शून्य होने का खतरा मंडरा रहा है। टलने वाले टूर्नामेंट की बानगी देखे तो स्टेट साफ्ट टेनिस टूर्नामेंट, जमनलाल शर्मा राज्य स्तरीय बालक हाकी टूर्नामेंट, आल इंडिया केडी सिंह बाबू सब-जूनियर बालक हाकी प्रतियोगिता टल गयी है। 
वहीं बीसीसीआई ने रणजी ट्राफी विजय मर्चेंट सहित कई मुकाबलों का आयोजन रोक दिया है। वहीं लखनऊ के खेल मैदानों पर तेजी से खिलाड़ी घटने लगे है। फिर चाहे केडी सिंह बाबू स्टेडियम हो, या फिर चौक स्टेडियम, गोमतीनगर स्टेडियम, मोहम्मद शाहिद हाकी स्टेडियम, एलडीए स्टेडियम व अन्य खेल मैदान हो, सभी जगह खिलाड़ी कम हो गये है।
वहीं प्रदेश के तीनों स्पोर्ट्स कालेज और 44 खेल छात्रावास दो साल से बंद पड़े है। वैसे तो कालेजों में साल 2022-23 में प्रवेश के लिए फार्म क्षेत्रीय कार्यालय में तो आ गए है लेकिन फार्म अभी ऑफलाइन मिल रहे है जिसके चलते प्रवेश के इच्छुकों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 
वहीं ऑफलाइन फार्म लेने के लिए आने से कई अभिभावक व बच्चे झिझक रहे है। इस बारे में केडी सिंह बाबू स्टेडियम स्थित क्षेत्रीय खेल कार्यालय आये एक अभिभावक की माने तो कोरोना के दौर में स्कूल कालेज तो ऑनलाइन चल रहे हैं लेकिन स्पोर्ट्स कालेज के फार्म ऑफलाइन ही मिल रहे है।
यूपी स्पोर्ट्स कॉलेजेज सोसायटी के सचिव और लखनऊ स्पोर्ट्स कालेज के प्रधानाचार्य एसएस मिश्रा के अनुसार प्रवेश फार्म क्षेत्रीय खेल कार्यालय भेज दिए गए है लेकिन अब तक कितने फार्म बंटे, इस बारे में सही जानकारी फार्म जमा करने की अंतिम तारीख के बाद ही बतायी जा सकेगी। 
उन्होंने कहा कि कालेज की वेबसाइट पूरी तरह तैयार नहीं है जिससे अभी ऑनलाइन फार्म नहीं मिल रहे है। वहीं सूत्रों की माने तो इस बार भी कोरोना की दहशत के चलते लखनऊ, गोरखपुर व सैफई स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश के आसार कम ही है। 
दूसरी ओर लखनऊ में 18 से 23 जनवरी तक होने वाली सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप भी इसके चलते बिना दर्शकों व मीडिया के होगी। वहीं आयोजन समिति की सभी का हर तीसरे दिन आरटीपीसीआर टेस्ट कराने की भी योजना है।

छात्रावास में रहने वाले सीनियर प्लेयर्स भी दूर

कोरोना के खौफ के चलते खेल छात्रावास में रहने वाले सीनियर प्लेयर्स भी दूर है। लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम के हाकी बालक, तैराकी बालक, एथलेटिक्स बालिका, वॉलीबॉल बालिका व जिमनास्टिक बालिका छात्रावास बीते दो सालों से बंद है और खिलाड़ी घर पर ही ट्रेनिंग कर रहे हैं। वहीं प्रवेश के इच्छुक नये खिलाड़ियों के अरमान पर भी पानी फिरना लगभग तय है।

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